बांदा में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ जेडीयू का हल्ला बोल, प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
बांदा। जिले में अवैध शराब की बढ़ती बिक्री और नियमों के खिलाफ संचालित शराब की दुकानों को बंद कराने की मांग जोर पकड़ने लगी है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। जेडीयू ने आबकारी विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए 500 से अधिक अवैध शराब बिक्री केंद्रों को बंद कराने और बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में शराबबंदी लागू करने की मांग की है।
शराब माफियाओं को प्रशासन का संरक्षण!
जेडीयू नेताओं ने आरोप लगाया कि आबकारी विभाग की मिलीभगत से जिले में शराब माफियाओं का धंधा फल-फूल रहा है। जेडीयू महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने कहा कि “आबकारी विभाग पूरी तरह से मानक विहीन तरीके से काम कर रहा है। अगर प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करे, तो अवैध शराब की बिक्री पर रोक लग सकती है।”
➡️ गांव-कस्बों में नियमों को ताक पर रखकर चल रही शराब दुकानें
➡️ युवाओं में बढ़ रही नशे की लत, अपराध और घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी
➡️ सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए धार्मिक स्थलों, स्कूलों और रिहायशी इलाकों के पास शराब की बिक्री
बिहार की तर्ज पर शराबबंदी की मांग
जेडीयू नेताओं ने ज्ञापन के माध्यम से उत्तर प्रदेश में भी बिहार की तर्ज पर शराबबंदी लागू करने की मांग की। जेडीयू जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता ने कहा, “बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, जिससे वहां अपराध और घरेलू हिंसा में कमी आई है। यदि वहां यह सफल हो सकता है, तो यूपी में भी इसे लागू किया जा सकता है।”
500 से अधिक अवैध शराब बिक्री केंद्रों पर ताला लगाने की मांग
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि बांदा जिले में 500 से अधिक स्थानों पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। जेडीयू ने इन सभी केंद्रों को तत्काल बंद कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सख्त कानून और निगरानी की जरूरत
✔️ अवैध शराब बिक्री रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए
✔️ आबकारी विभाग की जवाबदेही तय की जाए, दोषी पाए जाने पर अधिकारियों पर कार्रवाई हो
✔️ शराब माफियाओं के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए
आंदोलन की चेतावनी
जेडीयू के प्रदेश महासचिव बृजेश सिंह और महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने साफ कहा कि अगर जनहित में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो पार्टी आंदोलन करने और सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से शामिल
इस दौरान जिला अध्यक्ष उमाकांत सविता, काशी प्रसाद (नगर विकास अध्यक्ष, जेडीयू बांदा), गरिमा सिंह पटेल (अध्यक्ष, समाज सुधार वाहिनी बांदा), भुवनेश्वर तिवारी (ब्लॉक अध्यक्ष, जेडीयू महुवा), ज्योति मौर्य (नगर अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ, अतर्रा), देवेश कुमार ओमर (नगर अध्यक्ष, जेडीयू बांदा), ललिता देवी (जिला सचिव, महिला प्रकोष्ठ), मीरा राजपूत, फिरोज अली, बृजेश सिंह (जिला उपाध्यक्ष, युवा प्रकोष्ठ), पंकज सिंह, श्रीराम प्रजापति, राघवेंद्र सिंह, अजीत यादव सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर कितना गंभीर कदम उठाता है या फिर यह लड़ाई आंदोलन का रूप लेगी।
रिपोर्टर – संतोष त्रिपाठी
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