गर्मी और संचारी रोगों से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, लखीमपुर खीरी में चला जागरूकता अभियान
लखीमपुर खीरी।
प्रदेश में बढ़ती गर्मी और मौसम में हो रहे बदलावों के बीच स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने जनपद लखीमपुर खीरी में हीटवेव (लू) और संचारी रोगों से बचाव हेतु विशेष जागरूकता अभियान तेज कर दिया है। अप्रैल माह से जिले में चल रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के तहत आम नागरिकों को मौसमी बीमारियों से सतर्क रहने और बचाव के उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संतोष गुप्ता के निर्देशन में जिले के सभी स्वास्थ्य इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि लोगों को घर-घर जाकर बचाव संबंधी जानकारी दी जाए और आवश्यकता अनुसार प्राथमिक उपचार एवं सलाह मुहैया कराई जाए।
☀️ गर्मी से बचाव के लिए जरूरी हिदायतें
एसीएमओ डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बाहर निकलने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय गर्मी का प्रकोप चरम पर होता है। यदि बाहर जाना अनिवार्य हो तो छाता, टोपी, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए। शरीर को ठंडा रखने के लिए नींबू पानी, नारियल पानी, शिकंजी जैसे तरल पदार्थों का नियमित सेवन लाभकारी है।
बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए यह समय विशेष सतर्कता का है। तेज धूप में नंगे पांव न निकलें, टाइट और गहरे रंग के कपड़ों से परहेज करें। साथ ही, शराब, चाय, कॉफी, अधिक तेल-मसाले व बासी भोजन से दूरी बनाना भी जरूरी है।
🦟 संचारी रोगों से बचाव के लिए दस्तक अभियान
अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं। मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को नष्ट करने, बुखार और खांसी के रोगियों की पहचान करने तथा जेई, एईएस, टीबी, फाइलेरिया और कालाजार जैसे रोगों से सतर्क रहने की जानकारी दी जा रही है।
जिला मलेरिया अधिकारी हरिशंकर ने बुधवार को फरधान क्षेत्र में फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों को एमएमडीटी किट और जरूरी दवाएं वितरित कीं। उन्होंने बताया कि मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसे मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए फॉगिंग, कीटनाशक छिड़काव और साफ-सफाई बेहद जरूरी है।
⚕️ गंभीर लक्षणों पर जांच और उपचार जरूरी
अगर किसी को लगातार खांसी, बुखार, वजन में कमी या भूख न लगना जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो यह टीबी के लक्षण हो सकते हैं। वहीं, बच्चों में कमजोरी, कुपोषण या कम वजन जैसी स्थितियों में चिकित्सकीय जांच ज़रूरी है। त्वचा पर दाने या सूजन आने पर त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।
🏥 स्वास्थ्य विभाग की अपील और सुझाव
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सभी नागरिक ABHA हेल्थ आईडी बनवाएं
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पात्र लोगों का आयुष्मान भारत कार्ड अवश्य बनवाएं
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बीमारियों के शुरुआती लक्षणों पर लापरवाही न करें
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अपने क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में समय पर जांच करवाएं
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साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें और मच्छरों से बचाव के लिए पानी जमा न होने दें
📞 आपात स्थिति में संपर्क करें
यदि किसी भी प्रकार की हीट स्ट्रोक, लू लगने या गंभीर बीमारी की आशंका हो तो तुरंत 108 एम्बुलेंस सेवा, टोल फ्री हेल्पलाइन 104 या 1800-180-5145 पर संपर्क करें।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनता से अपील की गई है कि मौसम के बदलाव को हल्के में न लें, सावधानी और सतर्कता से ही खुद और परिवार को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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