June 16, 2025

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जल संरक्षण को लेकर प्रशासन और मीडिया की साझा पहल

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जल संरक्षण को लेकर प्रशासन और मीडिया की साझा पहल

‘आवा पानी झोंकी’ अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प

कोरिया, 3 अप्रैल 2025 – जल संरक्षण एक वैश्विक समस्या बन चुकी है, और इसे बचाने के लिए हर व्यक्ति की भूमिका अहम है। इसी क्रम में कोरिया जिले के कलेक्टरेट सभाकक्ष, बैकुंठपुर में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में जल संरक्षण और संवर्धन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में प्रशासन और मीडिया के बीच जल संरक्षण अभियान को गति देने के लिए गहन चर्चा हुई।

कार्यशाला में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और जल बचाव के लिए उपयोगी सुझाव दिए। इनमें वॉटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य बनाने, जल संकट से प्रभावित गांवों में विशेष अभियान चलाने, और आमजन को जल संरक्षण की दिशा में जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

कलेक्टर का आह्वान – जल संरक्षण में जनभागीदारी अनिवार्य

कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने जल संरक्षण अभियान की आवश्यकता को समझाते हुए कहा कि पानी की हर बूंद अनमोल है और इसे बचाने के लिए समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा, “आज सबसे बड़ी जरूरत है कि हम बेवजह पानी बहाने से बचें और भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करें।”

उन्होंने मीडिया से अपील की कि वे समाज के हर वर्ग तक जल संरक्षण का संदेश पहुंचाने में सहयोग करें। कलेक्टर ने यह भी कहा कि जब तक जनता इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग नहीं लेगी, तब तक यह पूरी तरह सफल नहीं हो सकता। उन्होंने ‘आवा पानी झोंकी’ अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मीडिया से सहयोग करने का आग्रह किया।

‘आवा पानी झोंकी’ अभियान को मजबूत बनाएगा मीडिया सहयोग

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि जल संकट केवल स्थानीय नहीं, बल्कि एक वैश्विक समस्या बन चुकी है। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों की घटती संख्या और पानी के अनावश्यक बहाव के कारण जल स्तर तेजी से गिर रहा है। उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि वे ‘आवा पानी झोंकी’ अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में सहयोग करें, ताकि समाज में जल संरक्षण को लेकर एक मजबूत चेतना विकसित की जा सके।

मीडिया प्रतिनिधियों ने दिए अहम सुझाव

मीडिया प्रतिनिधियों ने प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे जल संरक्षण अभियानों की सराहना करते हुए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

  • शहरी क्षेत्रों में वॉटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य बनाने की पहल की जाए।

  • जल संकट से प्रभावित ग्राम पंचायतों में विशेष जल संरक्षण अभियान चलाया जाए।

  • कृषि कार्यों के दौरान पानी के विवेकपूर्ण उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए।

  • पानी बचाने को लेकर विद्यालयों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।

पौधों को जल देकर मीडिया ने निभाई सहभागिता

कार्यशाला के समापन पर मीडिया प्रतिनिधियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में पौधों को पानी देकर जल संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पानी केवल मनुष्यों और जानवरों के लिए नहीं, बल्कि पर्यावरण और उद्योगों के लिए भी आवश्यक है।

डॉक्यूमेंट्री और पीपीटी के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश

कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने जल संरक्षण पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी पीपीटी के माध्यम से साझा की। इस दौरान पानी की महत्ता पर केंद्रित एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई, जिसमें बताया गया कि छोटी-छोटी आदतों से कैसे जल बचाया जा सकता है।

कार्यशाला में मौजूद अधिकारी एवं मीडिया प्रतिनिधि

इस कार्यशाला में डिप्टी कलेक्टर श्री उमेश पटेल, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता श्री अनिल कुमार मिश्रा, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री ए. टोप्पो, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री आकाश पोद्दार, कृषि विभाग के उप संचालक श्री राजेश भारती, सहायक परियोजना अधिकारी (मनरेगा) श्री विकास अवधिया, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (एनआरएलएम) श्री तरुण रघुवंशी आदि अधिकारी उपस्थित रहे।

साथ ही प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के वरिष्ठ प्रतिनिधि श्री श्रीकांत शुक्ला, श्री कमलेश शर्मा, श्री प्रविन्द सिंह, श्री अमित सोनी, श्री सतीश गुप्ता, श्री चंद्रकांत पारगिर, श्रीमती निहारिका, श्री प्रशांत मिश्रा, श्री नीलेश तिवारी, श्री अरुण जैन, श्री कमालुद्दीन अंसारी, श्री कृष्ण विभूति तिवारी, श्रीमती कमरून निशा, श्री महेंद्र पांडेय, श्री विशाल सिंह, श्री सावन कुमार, श्री कमलेश एक्का, श्री राजू शर्मा, श्री अनिल पांडेय आदि प्रतिनिधि इस कार्यशाला में शामिल हुए।

निष्कर्ष: यह कार्यशाला प्रशासन और मीडिया के बीच जल संरक्षण को लेकर एक नई दिशा की शुरुआत साबित हुई। जल बचाने की इस मुहिम में प्रशासन और मीडिया की संयुक्त भागीदारी से समाज में जल संरक्षण को लेकर एक सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।