December 26, 2025

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धर्म की रक्षा के लिए साहेबजादों ने हँसते-हँसते दिया बलिदान — परमजीत सिंह बग्गा

धर्म की रक्षा के लिए साहेबजादों ने हँसते-हँसते दिया बलिदान — परमजीत सिंह बग्गा
वीर बाल दिवस पर छात्र-छात्राओं को बताया गया शहादत, साहस और राष्ट्रभक्ति का महत्व

बैतूल।
जिला मुख्यालय स्थित एकलव्य शासकीय आईटीआई संस्थान में वीर बाल दिवस का गरिमामय आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए लायंस क्लब के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर परमजीत सिंह बग्गा ने साहेबजादों के अद्वितीय बलिदान की गाथा साझा करते हुए कहा कि धर्म, सत्य और राष्ट्र की रक्षा के लिए दिया गया यह बलिदान मानव इतिहास में अतुलनीय है

श्री बग्गा ने कहा कि हिन्द की चादर के नाम से विख्यात गुरु तेगबहादुर जी ने मुगलकाल में औरंगज़ेब द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन की नीति के सामने झुकने से इनकार किया और शीश कटवाना स्वीकार किया, पर धर्म नहीं छोड़ा। उनके इस महान बलिदान की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की, जिससे सत्य और न्याय के लिए संघर्ष को नई दिशा मिली।

उन्होंने आगे बताया कि मुगल शासकों के विरोध के बीच चमकौर की लड़ाई में गुरु गोविंद सिंह जी के दो साहेबजादे—अजीत सिंह और जुझार सिंह—ने वीरता से युद्ध करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इसके पश्चात मात्र 9 वर्ष के साहिबजादा जोरावर सिंह और 7 वर्ष के साहिबजादा फतेह सिंह को धर्म परिवर्तन के लिए अमानवीय यातनाएँ दी गईं, पर बाल अवस्था में भी उन्होंने सत्य और धर्म का मार्ग नहीं छोड़ा। दीवार में चुनवाए जाते समय उनके मुख से निकले शब्द—“वाहे गुरु जी दा खालसा, वाहे गुरु जी दी फतेह”—आज भी साहस और आस्था का प्रतीक हैं।

श्री बग्गा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इन अद्वितीय बलिदानों की स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय समाज के लिए आवश्यक और प्रेरक है, ताकि नई पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास से जुड़े और राष्ट्रहित में समर्पण की भावना विकसित करे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष सुधाकर पंवार ने कहा कि वीर बाल दिवस हमें इसलिए मनाना पड़ रहा है क्योंकि पूर्ववर्ती सरकारों ने इतिहास को सही रूप में प्रस्तुत नहीं किया। उन्होंने कहा कि इन दिनों भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्मशताब्दी का वर्ष भी मनाया जा रहा है, जिनकी वैचारिक यात्रा और सुशासन की विरासत को समाज के बीच ले जाया जा रहा है।
श्री पंवार ने अटल जी के योगदान—पोखरण परमाणु परीक्षण, स्वर्णिम चतुर्भुज, प्रधानमंत्री सड़क योजना, फसल बीमा योजना और सुशासन—का उल्लेख करते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल जी के सपनों के भारत को साकार करने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। महापुरुषों की जयंती और बलिदान हमें हर क्षेत्र में सफलता और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देते हैं।

अटल स्मृति वर्ष अभियान के जिला संयोजक कमलेश सिंह ने कहा कि वीर बाल दिवस ऐसे अद्वितीय बलिदान की जीवनी है, जिसे हर नागरिक को जानना और समझना चाहिए। वहीं अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्मशताब्दी हमें सुशासन, संवेदनशील नेतृत्व और राष्ट्रनिर्माण की शिक्षा देती है।

कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष रश्मि साहू, इंद्रपाल पुंडे, जिला कोषाध्यक्ष दीपक सलूजा, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ममता मालवी, सुनीता देशमुख, सविता रघुवंशी, मीना बोरबन, रेवाशंकर पंडाग्रे, राघवेंद्र सिंह ठाकुर, रामनायण गंगारे सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन छात्राओं द्वारा किया गया, जबकि अंत में प्राचार्य अजीश पंद्रे ने आभार व्यक्त किया। समापन अवसर पर वीर बाल दिवस पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।
यह आयोजन विद्यार्थियों के मन में साहस, धर्मनिष्ठा और राष्ट्रप्रेम की अमिट छाप छोड़ गया।

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