के0के0 शुक्ला/शत्रुजीत सिंह
लखीमपुर खीरी दैनिक आज। इस देश के लोगों को किस तरह से मूर्ख बनाया जाता है या समझा जाता है इसका ताजा उदाहरण टेलीकॉम कंपनियों को ट्राई द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में भली भांति देखा जाना समझा जा सकता है।
जानकारी के अनुसार गत वर्ष दिसंबर माह में ट्राई द्वारा टेलीकॉम कंपनियों को यह निर्देशित किया गया की सभी कंपनियां काल मैसेज डाटा आदि के लिए छोटे छोटे पैक अलग-अलग लॉन्च करें ताकि लोगों पर अनावश्यक अतिरिक्त भार ना पड़े और लोग आवश्यकता अनुसार प्रत्येक का उपयोग कर सकें लेकिन इन दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों ने जिस तरह के प्लान लॉन्च कर करके लोगों को प्रस्तुत किया उसे देखकर तो लोगों ने अपना माथा ही पीट लिया और उन्हें यह समझ आ गया कि इससे अच्छे तो पहले वाले ही प्लान चल रहे थे हालांकि कुछ चाटुकार लोग इन प्लानों को भी लोगों के लिए फ्रेंडली बता रहे हैं परंतु वास्तव में ऐसा नहीं है ? ट्राई की शायद मनसा रही होगी जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है/ वायरल हो रहा था कि छोटे पैकों के आने के बाद गरीब तबके और दो सिम रखने वाले लोगों के लिए मामला राहत पूर्ण हो जाएगा परंतु इन टेलीकाम कंपनियों ने ट्राई की मंशा को धता बात कर मनमानी दिखाते हुए कुछ भी ऐसा नहीं किया बल्कि पहले से चल रहे प्लान में थोड़ा बहुत इधर-उधर कर लगभग उसी कीमत में 10-5 रुपया कम करके और लॉन्च कर दिया जबकि पूरा मामला इस पर था कि कुछ थोड़ा बहुत पैसा लेकर यह कंपनियां लोगों को इनकमिंग सर्विस देती रहे ताकि और जिसे जरूरत हो वह उसमें आवश्यकता अनुसार पैसे या पैक डालकर अपना काम चला ले बाहर ऐसा कंपनियों ने कुछ भी नहीं किया अधिकतर कंपनियों ने छोटे प्लानों को रखा ही नहीं है अगर किसी ने रखे भी हैं तो वह पुराने पैटर्न के ही हैं बल्कि उसमें डाटा हटा कर कुछ पैसे इधर उधर कर केवल खाना पूरी की गई अगर कुछ हुआ तो सिर्फ यह कि आप ₹20 देकर अपना सिम नंबर बचा सकते हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि यह कंपनियां जनता को तो मूर्ख समझती ही है क्या सरकार द्वारा जनता के लिए गठित ट्राई को भी मूर्ख ही समझ रही है अब इस पर सरकार और ट्राई क्या कदम उठाते हैं यह तो भविष्य की तय करेगा फिलहाल जन चर्चा की माने तो इस सब में सबकी मिली भगत है क्योंकि गौर से देखने पर यह स्पष्ट हो जाएगा कि नए लॉन्च किए गए प्लान पहले से महंगे हो चुके हैं सरकार और ट्राई को चाहिए कि वह इन कंपनियों द्वारा दिए गए प्लानों की गहन समीक्षा कर इस तरह से की गई मनमानी पर कठोर कदम उठाते हुए इनके द्वारा इनकमिंग सुविधा के लिए प्रति महीने के हिसाब से सस्ते प्लान पैक लॉन्च करवाएं ताकि गरीब लोगों पर भी अतिरिक्त भार ना पड़े साथ ही आम जनता भी राहत की सांस ले सके। हालांकि इन टेलीकॉम कंपनियों ने तो महीने के भी परिभाषा बदल डाली और 30 दिन के बजाय महीने में 28 दिन कर दिए जो शायद भविष्य में आने वाली पीढ़ी के लिए एक शोध का विषय बनेंगे ? जैसे आज पूर्व में हुए किसी कार्य पर हो रहे हैं तथा लोग उसे लेकर वास्तविक स्थिति से अवगत न होने पर संदेह में रहते हैं।
More Stories
वक्फ बोर्ड भोपाल में भव्य रोज़ा इफ्तार: आगर मालवा जिले की टीम ने दी गरिमामयी उपस्थिति
एक्शन में एसडीएम मऊरानीपुर! स्कूल और आंगनबाड़ी का औचक निरीक्षण, लापरवाह शिक्षकों पर कसा शिकंजा
भाजपा में बड़ा संगठनात्मक बदलाव, राजकुमार शर्मा और नेमचंद मौर्य को मिली कमान