March 19, 2025

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स्कॉट एडिल कंपनी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बैठक की

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स्कॉट एडिल कंपनी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बैठक की
किसी भी शिकायत को लेकर होगी समीक्षा व कार्यवाही
यौन उत्पीडऩ रोकथाम कमेटी की बैठक में डा संदीप ने रखे विचार
बददी, 31 जनवरी सतीश जैन की रिपोर्ट
बददी तहसील के तहत स्कॉट एडिल कम्पनी ने अपने कार्य स्थल को सुरक्षित करने के लिए कानूनी तौर पर पॉश कमेटी का गठन करके अपने परिसर के अंदर एक बैठक का आयोजन किया। कमेटी की बैठक में एडवोकेट डा. संदीप सचदेवा के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण दिया। उन्होने कहा कि कानूनी तौर पर पॉश कमेटी का गठन करना भी कंपनियों के लिए जरूरी है। इस कमेटी के मेंबर्स में कम से कम 50 फीसदी महिलाएं होनी चाहिए। इस कमेटी का काम है फिजिकल कॉन्टैक्ट और पॉश के अंतर्गत आने वाली किसी भी शिकायत की समीक्षा करना और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ नियमों के हिसाब से कार्रवाई करना है। इस एक्ट की जरूरत हमारे देश में बहुत ही ज्यादा है। पॉश एक बहुत ही जरूरी स्टेप है जो यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि कार्यस्थल पर महिलाएं एवं पुरुषों सुरक्षित माहौल में काम कर सके। संदीप कुमार सचदेवा ने बताया कि यौन उत्पीडऩ कमेटी या आंतरिक शिकायत समिति का गठन, कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ से निपटने के लिए किया जाता है। इस समिति का मकसद, सुरक्षित और सम्मानजनक कार्य वातावरण सुनिश्चित करना होता है। यौन उत्पीडऩ कमेटी से जुड़ी कुछ खास बातें है जिसमें कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के तहत, दस या उससे ज़्यादा लोगों को रोजग़ार देने वाले हर कामगाह पर यह समिति बनाना ज़रूरी है। अगर किसी कामगाह पर यह समिति नहीं है, तो जिला अधिकारी स्थानीय समिति बनाते हैं.। शिकायत करने के लिए, कागज़ात या ईमेल के ज़रिए संपर्क किया जा सकता है। शिकायतों को गोपनीय रखा जाता है और शिकायतकर्ता को सुरक्षा दी जाती है। जांच के बाद, समिति नियोक्ता को सिफ़ारिशें देती है. अगर दोषी पाया जाता है, तो उस पर आर्थिक जुर्माना या नौकरी से बर्खास्तगी जैसी कार्रवाई हो सकती।
कंपनी की मानव संसाधन विकास प्रबंधन विभाग की प्रभारी तृप्ता बैंस ने कहा कि कंपनी समय समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करती है ताकि महिला कर्मचारियों के हित सुरक्षित रहें और कोई भी घटना हो तो तुरंत उस पर कार्यवाही हो सके। इस अवसर पर कमेटी सदस्य धनंजय, देवकांत, तृप्ता, तिलकराज, अनिल कुमार, सुषमा, दुर्गा, कांता, रोहित भरवाल, विकास दत्त, हरप्रीत कौर और इंदू ने भी अपने विचार रखे।
कैपशन-स्कॉट एडिल कंपनी की यौन उत्पीडऩ निवारण कमेटी की बैठक करते अधिकारी। बददी-3