नौगांव में IPL सट्टा माफिया बेलगाम, पुलिस बनी मौन दर्शक!
पुष्पेंद्र अनुरागी | लोकेशन – नौगांव, जिला छतरपुर
नौगांव में इन दिनों ऑनलाइन सट्टा कारोबार अपने चरम पर है। खासकर IPL सीजन में सट्टेबाजी का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, और युवा वर्ग इसकी चपेट में आता जा रहा है। करोड़ों की यह बाज़ी युवाओं की ज़िंदगी और भविष्य दोनों को दांव पर लगा रही है, लेकिन पुलिस-प्रशासन इस पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही करने में विफल साबित हो रहा है।
सट्टे की दुनिया में लुटती युवाओं की ज़िंदगियां
नौगांव सहित आसपास के क्षेत्रों में युवा सुबह से लेकर देर रात तक IPL मैचों पर सट्टा लगा रहे हैं। हार के बाद कर्ज, तनाव और अपराध जैसी परिस्थितियों में फंसे कई युवा आत्मघाती कदम तक उठा चुके हैं। बावजूद इसके, ऑनलाइन सट्टा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई महज दिखावा बनकर रह गई है।
पुलिस की नाक के नीचे फल-फूल रहा काला कारोबार
सूत्रों के अनुसार, इस अवैध कारोबार को नौगांव के कुछ खास चेहरे संचालित कर रहे हैं। पहले तिपहिया वाहन चलाकर गुज़ारा करने वाले ये लोग आज करोड़ों की संपत्ति के मालिक बन चुके हैं। इन पर कार्रवाई की बजाय, पुलिस की “नजरें इनायत” इन माफियाओं पर बनी हुई हैं।
प्रशासन पर उठते सवाल
इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब सब कुछ प्रशासन के संज्ञान में है, तो अब तक कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या सट्टा माफिया इतनी पहुंच रखते हैं कि उन पर हाथ डालना आसान नहीं? या फिर ये मामला महज ‘खाना-पूर्ति’ तक ही सीमित रहेगा?
अब भी समय है – प्रशासन जागे
सट्टा माफियाओं के खिलाफ ठोस एक्शन लेते हुए उनकी संपत्ति की जांच की जानी चाहिए। जिनके पास कोई वैध आय स्रोत नहीं है, उनकी संपत्ति जब्त कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजना होगा। यह कदम न सिर्फ कानून की प्रतिष्ठा को मजबूत करेगा, बल्कि नौजवानों को इस बर्बादी के रास्ते से हटाने में मददगार साबित होगा।
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