April 22, 2025

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उच्च न्यायालय के निर्देश पर न्यायिक अधिकारियों द्वारा दो आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण

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उच्च न्यायालय के निर्देश पर न्यायिक अधिकारियों द्वारा दो आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण

रिपोर्टिंग- ज्ञानेंद्र : जालौन

माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार न्यायिक अधिकारियों ने जिले में संचालित दो आश्रय स्थलों – राठ रोड, उरई में स्थित “वृद्धाश्रम” एवं मु0 लहरियापुरवा में स्थित “आश्रय-गृह” – का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने दोनों आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं की बारीकी से जांच-पड़ताल की और आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित कर्मचारीगण को प्रदान किए।

वृद्धाश्रम का निरीक्षण

समाज कल्याण विभाग द्वारा राठ रोड, उरई में स्वैच्छिक संस्था शिवा ग्रामोत्थान सेवा संस्था, एफ-473 गुजैनी रतनलाल नगर, कानपुर नगर के सहयोग से संचालित वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय यहां 112 संवासी उपस्थित पाये गए। निरीक्षण के दौरान यह पुष्टि हुई कि लेखाकार को छोड़कर सभी कर्मचारी अपने-अपने पद पर उपस्थित थे।
अधिकारियों ने संवासियों से बातचीत करते हुए यह भी सुनिश्चित किया कि क्या उन्हें चाय-नाश्ता तथा सुबह-शाम का निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन समय पर मिल रहा है। संवासियों के अनुसार भोजन में किसी प्रकार की कमी नहीं है। साथ ही, वृद्धाश्रम की मेडिकल डिस्पेंसरी का निरीक्षण करते समय स्टाफ नर्स की मौजूदगी तथा आवश्यक दवाओं की उपलब्धता भी देखी गयी।

आश्रय-गृह का निरीक्षण

नगर पालिका परिषद उरई, जनपद जालौन के सहयोग से लखनऊ के एन0जी0ओ0 द्वारा संचालित मु0 लहरियापुरवा स्थित आश्रय गृह का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि रात्रिकालीन स्टाफ को छोड़कर अन्य सभी कर्मचारी उपस्थित थे। आश्रय गृह की संवासियों की पंजिका में निरीक्षण के दिन एक भी आश्रित की उपस्थिति दर्ज नहीं की गई।
कमरों का निरीक्षण करने पर पाया गया कि धूल जमी हुई थी। जब अधिकारियों ने इस बाबत स्पष्टीकरण मांगा, तो आश्रय गृह प्रबन्धक द्वारा संतोषजनक उत्तर प्रदान नहीं किया गया। इस विषय पर सम्बन्धित प्रबंधन को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिए गए।

निरीक्षण समिति के सदस्य

इस निरीक्षण में अपर जिला जज प्रथम श्री सुरेश कुमार गुप्ता, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव श्री अर्पित सिंह एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक खरे सम्मिलित रहे।

निष्कर्ष एवं आगे की कार्रवाई

दोनों आश्रय स्थलों में संचालित व्यवस्थाओं में संवासियों के लिए भोजन, स्वास्थ्य, चिकित्सा, स्वच्छता एवं सुरक्षा से संबंधित दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया, वहीं मु0 लहरियापुरवा स्थित आश्रय गृह में उपस्थित अभाव एवं कमरों की स्थिति पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है।