कोरिया बाल विवाह मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम — कलेक्टर चंदन त्रिपाठी
समाज प्रमुखों ने लिया बाल विवाह रोकने का संकल्प
कोरिया, 19 मार्च 2025
कोरिया जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने के उद्देश्य से आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष, बैकुंठपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने की। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों, समाजसेवियों, व्यापारियों और समाज के प्रमुख लोगों ने भाग लेकर बाल विवाह उन्मूलन की दिशा में अपने सुझाव दिए और संकल्प लिया।
जनजागरूकता और शिक्षा से ही खत्म होगी यह कुप्रथा
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है, जिसे केवल प्रशासनिक कार्रवाई से खत्म नहीं किया जा सकता। इसके लिए समाज का सहयोग और जागरूकता बेहद आवश्यक है। उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने गांवों में जाकर लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करें। कलेक्टर ने बताया कि अशिक्षा, गरीबी और जागरूकता की कमी ही बाल विवाह के मुख्य कारण हैं। इसके लिए स्कूलों, कॉलेजों और समुदाय स्तर पर नियमित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
शिक्षा बनेगी बदलाव की कुंजी
कलेक्टर ने 6 से 14 वर्ष के बच्चों की सतत शिक्षा सुनिश्चित करने पर बल देते हुए कहा कि बाल विवाह रोकने का सबसे मजबूत हथियार शिक्षा है। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा शिक्षा अधूरी न छोड़े, इसके लिए शिक्षकों और अभिभावकों को मिलकर काम करना होगा।
कानून सख्त, पालन आवश्यक
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधि ने बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 की जानकारी देते हुए बताया कि यह एक संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध है। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का प्रावधान है। 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों का विवाह कराना अपराध है। समाज को जागरूक रहना होगा और ऐसी किसी भी जानकारी को तत्काल प्रशासन तक पहुंचाना चाहिए।
कोरिया में बाल विवाह के आंकड़े चिंताजनक
कोरिया जिले में बाल विवाह की दर 22.89% है, जो राज्य के औसत 12.1% से लगभग दोगुनी है। कलेक्टर ने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक है, लेकिन इसे बदलना संभव है, यदि प्रशासन और समाज साथ मिलकर प्रयास करें।
समाजसेवियों ने लिया संकल्प
बैठक में उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों, समाजसेवियों और व्यापारियों ने संकल्प लिया कि वे बाल विवाह की कुप्रथा को खत्म करने में प्रशासन का पूर्ण सहयोग करेंगे और गांव-गांव जाकर जनजागरूकता अभियान चलाएंगे।
कलेक्टर का संदेश
बैठक के समापन अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा, “बाल विवाह रोकना केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है, यह पूरे समाज का दायित्व है। हम सभी मिलकर ही कोरिया को बाल विवाह मुक्त बना सकते हैं। यदि हर व्यक्ति अपने स्तर पर संकल्प ले तो इस बुराई को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।”
आर. स्टीफन
स्टेट हेड — छत्तीसगढ़
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