लखीमपुर खीरी: जिला चिकित्सालय में शुरू हुआ स्टेमी सेल यूनिट, हृदय रोगियों को मिलेगा बेहतर उपचार
लखीमपुर खीरी। हृदय रोगियों के त्वरित और प्रभावी इलाज के लिए जिला चिकित्सालय, मोतीपुर ओयल से संबद्ध स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में स्टेमी सेल प्रोग्राम की शुरुआत की गई है। यह यूनिट हृदयघात के मरीजों को समय रहते जीवन रक्षक उपचार उपलब्ध कराने में सहायक सिद्ध होगी।
मंगलवार को सीएमएस डॉ. आर.के. कोली की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें नोडल अधिकारी डॉ. एस.के. मिश्रा, इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर, फिजीशियन, स्टाफ नर्स और फार्मासिस्टों ने भाग लिया। बैठक में हृदय रोगियों की त्वरित पहचान, ईसीजी जांच, प्राथमिक उपचार और समय से उच्च केंद्रों पर रेफर करने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई।
डॉ. कोली ने बताया कि यह योजना (STEMI – ST Elevation Myocardial Infarction) के अंतर्गत संचालित की जा रही है, जिसमें सीने में दर्द की शिकायत लेकर आने वाले सभी मरीजों का अनिवार्य रूप से ईसीजी किया जाएगा। लक्षणों की समीक्षा के बाद मरीज की रिपोर्ट को KGMU लखनऊ के विशेषज्ञों को स्टेमी सेल व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा जाएगा, ताकि उचित दिशा-निर्देश प्राप्त हो सकें। ज़रूरत पड़ने पर मरीज को लारी मेडिकल कॉलेज लखनऊ के लिए रेफर किया जाएगा।
इस योजना के तहत हृदयाघात से होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने का लक्ष्य है। शासन के निर्देश पर डॉ. एस.के. मिश्रा को लखनऊ में विशेष प्रशिक्षण दिलाया गया है और उन्हें इस कार्यक्रम का जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही, अस्पताल परिसर में स्टेमी कॉर्नर भी स्थापित किया गया है, जहां मरीजों को कार्डियोलॉजी विशेषज्ञों द्वारा बताए गए प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराए जाएंगे।
यह पहल हृदय रोग के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, जिससे जिले के हजारों मरीजों को समय रहते जीवन रक्षक उपचार मिल सकेगा।
More Stories
बांदा: गौ रक्षा समिति के तत्वाधान में पत्रकार सम्मान समारोह एवं जिला कार्यालय का हुआ भव्य उद्घाटन
राज्य महिला आयोग की सदस्य सुजीता कुमारी ने लखीमपुर खीरी में की जनसुनवाई और निरीक्षण
जालौन में “नेशनल मिशन ऑन एडिबिल ऑयल” योजना पर समीक्षा बैठक, तिलहन उत्पादन बढ़ाने पर ज़ोर