झाँसी।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में शिक्षकों ने कुलपति से की मुलाकात, विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर चिंता जताई
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी के वरिष्ठ शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति से औपचारिक भेंट कर एक सामूहिक हस्ताक्षरित पत्र सौंपा। इस पत्र में विश्वविद्यालय की गरिमा और छवि को सुरक्षित रखने हेतु गम्भीर मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।
शिक्षकों द्वारा सौंपे गए पत्र में विश्वविद्यालय में घटित कुछ चिंताजनक घटनाओं का उल्लेख किया गया, जिनमें विश्वविद्यालय की दलित दिव्यांग महिला प्रशासनिक अधिकारी डॉ. पुष्पा गौतम के साथ कुछ शिक्षकों द्वारा किए गए अनुचित व्यवहार, प्रो. पुनीत बिसारिया के साथ वर्तमान हिंदी विभागाध्यक्ष द्वारा की गई जानलेवा मारपीट और धमकी जैसी गंभीर घटनाएँ शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, प्रो. शिव कुमार, प्रो. वी.के. सिंह, प्रो. अवनीश कुमार, डॉ. सूरजपाल सिंह, नवीन चंद पटेल, डॉ. मुहम्मद नईम समेत कई अन्य शिक्षकों की शिकायतों पर कोई ठोस कार्रवाई न होने को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई।
शिक्षकों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ व्यक्तियों द्वारा रजिस्ट्रार सोसाइटी के समक्ष झूठे और कूट रचित शपथपत्र प्रस्तुत किए गए, जिससे विश्वविद्यालय की साख को ठेस पहुँची है।
माननीय कुलपति जी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को बनाए रखने हेतु हर संभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने तथा प्रभावी सुधारात्मक उपाय लागू करने का वचन दिया।
यह पहल विश्वविद्यालय के शैक्षिक वातावरण को सकारात्मक और सम्मानजनक बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
इस अवसर पर बूटा से प्रो. बृजेन्द्र सिंह बौद्ध, प्रो. अनिरुद्ध गोयल तथा बूटा परिसर से प्रो. सुनील कुमार काबिया, प्रो. सी.बी. सिंह, प्रो. अर्चना वर्मा, प्रो. वी.के. सिंह, प्रो. श्रीदेवी जेट्टी, प्रो. पुनीत बिसारिया, डॉ. संजय निभोरिया, डॉ. अमरजोत वर्मा, डॉ. ज्योति मिश्रा सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।
रिपोर्टर – जगदीश पत्रकार
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