फतेहपुर: ध्वजारोहण के दौरान अखबार पर खड़े हुए सपा सांसद उत्कर्ष वर्मा, तिरंगे के अपमान का मामला गरमाया
फतेहपुर से बड़ी खबर — स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जहां पूरा देश आज़ादी का जश्न मना रहा था, वहीं जिले में एक कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद उत्कर्ष वर्मा विवादों में घिर गए। मामला तिरंगे के सम्मान से जुड़ा होने के कारण सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक यह चर्चा का विषय बन गया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, सांसद उत्कर्ष वर्मा 15 अगस्त को जिले के एक विद्यालय में ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम स्थल पर ज़मीन गीली थी, ऐसे में किसी कार्यकर्ता ने उनके पैरों के नीचे अखबार बिछा दिया ताकि वे ध्वजारोहण आराम से कर सकें। लेकिन इसी अखबार पर राष्ट्रीय ध्वज की छपी हुई तस्वीर मौजूद थी। सांसद महोदय अनजाने में उसी पर खड़े होकर तिरंगे को सलामी देते रहे और ध्वजारोहण संपन्न हुआ।
तस्वीरें वायरल होते ही मचा हड़कंप
कार्यक्रम की तस्वीरें जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, मामले ने तूल पकड़ लिया। तस्वीरों में साफ़ दिख रहा है कि सांसद उत्कर्ष वर्मा अखबार पर खड़े हैं और उसी अखबार पर तिरंगे की आकृति छपी हुई है। लोगों ने इसे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बताया और विरोध जताना शुरू कर दिया।
जनता में नाराज़गी
स्थानीय लोगों का कहना है कि चाहे यह घटना अनजाने में हुई हो लेकिन सांसद को सावधानी बरतनी चाहिए थी। स्वतंत्रता दिवस जैसे पावन अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा को ठेस पहुंचाना किसी भी सूरत में उचित नहीं माना जा सकता।
विपक्ष ने साधा निशाना
विपक्षी दलों ने समाजवादी पार्टी और सांसद पर जमकर निशाना साधा। विपक्ष का कहना है कि यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि संवेदनशीलता की कमी है। नेताओं ने सरकार और प्रशासन से इस घटना की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
समर्थकों का पक्ष
दूसरी ओर, सपा समर्थकों का कहना है कि यह घटना पूरी तरह से अनजाने में हुई। सांसद का किसी भी तरह से राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का इरादा नहीं था। ज़मीन गीली होने पर तत्कालीन परिस्थिति में यह गलती हो गई, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।
स्वतंत्रता दिवस का उल्लास और विवाद
गौरतलब है कि पूरे जिले में 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जगह-जगह ध्वजारोहण कर शहीदों को नमन किया गया। लेकिन सांसद उत्कर्ष वर्मा से जुड़ी यह घटना समारोह की चमक पर छाया डाल गई और अब यह मामला जिले ही नहीं, बल्कि प्रदेश स्तर पर भी चर्चा में है।

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