एएनएम प्रशिक्षण कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ, स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी नई गति
लखीमपुर खीरी, 8 मार्च – स्वास्थ्य विभाग की ओर से नवनियुक्त ऑक्सीलियरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम) के 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ शुक्रवार को सृजन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट में हुआ। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संतोष गुप्ता ने प्रशिक्षण का उद्घाटन किया। यह प्रशिक्षण चार बैचों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पहले बैच में 35 एएनएम प्रतिभाग कर रही हैं।
ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में एएनएम की अहम भूमिका
उद्घाटन समारोह में सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल में एएनएम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। टीकाकरण, जांच, संस्थागत प्रसव और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में प्रशिक्षित एएनएम बेहतर कार्य कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को और सशक्त बनाएगा, जिससे मरीजों को बेहतरीन उपचार मिलेगा और एएनएम को कार्य करने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी।
प्रशिक्षण में दी जाएगी विस्तृत जानकारी
उप मुख्य चिकित्साधिकारी (नोडल आरसीएच) डॉ. प्रमोद कुमार वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान सभी एएनएम को स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण के अंतर्गत मातृ एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य, प्रसव के दौरान होने वाली कठिनाइयां, परिवार नियोजन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों से जुड़ी जानकारियां दी जाएंगी।
इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गणेश, जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता लल्ला सिंह, यूपीटीएसयू (उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई) के जिला विशेषज्ञ अंशुमान पांडेय सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं में एएनएम की जिम्मेदारियां
✅ गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल
✅ टीकाकरण एवं नियमित स्वास्थ्य जांच
✅ स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिविर आयोजित करना
✅ डोर-टू-डोर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना
✅ प्रसव से जुड़ी जटिलताओं से निपटने की जानकारी देना
✅ परिवार नियोजन एवं जनसंख्या नियंत्रण में योगदान
सुविधाओं से लैस होंगी एएनएम
एएनएम को 49 प्रकार की महत्वपूर्ण सामग्री उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें ब्लड प्रेशर मशीन, स्टेथोस्कोप, वजन मापने की मशीन, हब कटर, स्टेडियोमीटर, गर्भ परीक्षण किट, एचआईवी किट, सिफलिस किट, फेटोस्कोप, डॉपलर, एचबी परीक्षण स्ट्रिप्स, आवश्यक दवाएं (आयरन, कैल्शियम, जिंक), गर्भनिरोधक सामग्री, एनाफायलेक्सिस किट और स्टेशनरी सामग्री शामिल हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में होगा बड़ा सुधार
स्वास्थ्य विभाग के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक प्रभावी बनेंगी। प्रशिक्षित एएनएम न सिर्फ गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल में उत्कृष्ट योगदान देंगी, बल्कि संपूर्ण समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में भी मदद करेंगी।
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