जालौन में बाल श्रम के खिलाफ कड़ा एक्शन: 17 मार्च से विशेष अभियान, ईंट भट्टों पर सख्ती!
जालौन, 07 मार्च 2025 – “हर बच्चे को शिक्षा, नहीं करने देंगे शोषण!” इसी संकल्प के साथ जालौन जिला प्रशासन ने बाल श्रम उन्मूलन के लिए बड़ा अभियान छेड़ने का फैसला किया है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई जिला टास्क फोर्स की अहम बैठक में तय किया गया कि 17 मार्च से 31 मार्च 2025 तक जिलेभर में बाल श्रम के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा।
🔥 ईंट भट्टों पर शिकंजा, स्कूलों में होगी सख्त निगरानी!
बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी ईंट भट्टों की गहन जांच होगी और यदि किसी भी स्थान पर बाल श्रमिक पाए गए तो तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, जिले के सभी स्कूलों में ड्रॉपआउट बच्चों की पहचान कर उन्हें वापस शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
🚀 रेस्क्यू बच्चों का तुरंत पुनर्वास
मुख्य चिकित्साधिकारी को आदेश दिया गया कि रेस्क्यू किए गए बच्चों की उम्र का परीक्षण उसी दिन किया जाए, जिससे उनका पुनर्वास तेजी से हो सके। वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी को सख्त निर्देश दिए गए कि जो बच्चे एक महीने से अधिक समय से स्कूल नहीं आ रहे हैं, उनकी तत्काल रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई की जाए।
📢 17 से 31 मार्च तक चलेगा महाअभियान!
इस महाअभियान के तहत बाल श्रम के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, ड्रॉपआउट बच्चों को फिर से स्कूलों से जोड़ा जाएगा और हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए प्रशासन पूरी ताकत झोंक देगा।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र देव शर्मा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नेहा ब्याडवाल, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चन्द्रप्रकाश, जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी जगदीश वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
💡 “अब कोई बच्चा काम पर नहीं, स्कूल में मिलेगा!” – जालौन प्रशासन का यह ठोस कदम जिले को बाल श्रम मुक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत पहल है। 🚸📚
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