भूकंप आपदा पर एनडीआरएफ का मॉक ड्रिल, पेशेवर बचाव कौशल की सराहना
बांदा। आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन योजना के तहत 11 राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र लखनऊ की टीम ने बांदा जिले में विभिन्न आपातकालीन एजेंसियों के साथ मिलकर भूकंप आपदा पर एक संयुक्त मॉक अभ्यास किया।
भूकंप आपदा का परिदृश्य और बचाव अभियान
अभ्यास के दौरान अटल आवासीय विद्यालय, आछरौंद में भूकंप से एक इमारत का हिस्सा गिरने और कई लोगों के फंसने का परिदृश्य तैयार किया गया। घटना की सूचना मिलते ही आपातकालीन परिचालन केंद्र (EOC) ने एनडीआरएफ और अन्य संबंधित एजेंसियों को सतर्क कर दिया।
एनडीआरएफ की टीम, उप कमांडेंट अनिल कुमार पाल की देखरेख और निरीक्षक सभाजीत यादव के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। टीम ने ऑपरेशन बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट और कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित कर तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
प्रशिक्षित टीम ने आधुनिक तकनीकों से किया रेस्क्यू
बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ टीम ने विशेष कटिंग उपकरणों और रस्सी बचाव तकनीकों का उपयोग कर क्षतिग्रस्त इमारत में फंसे पीड़ितों को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्हें आपातकालीन प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल पहुंचाया गया। यह संपूर्ण मॉक अभ्यास इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों और हितधारकों की उपस्थिति
इस अभ्यास में प्रधानाचार्य जनार्दन उपाध्याय, तहसीलदार विकास पांडेय (बांदा), सतीश चंद्र वर्मा (अतर्रा), राधेश्याम सिंह (पैलानी), CO राजीव प्रताप सिंह, CFO मुकेश कुमार और जिला आपदा विशेषज्ञ प्रभाकर सिंह सहित पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, होमगार्ड, राजस्व विभाग, अग्निशमन सेवा और मीडिया कर्मियों ने भाग लिया।
एनडीआरएफ के पेशेवर बचाव कार्य की सराहना
एनडीआरएफ बचाव दल द्वारा प्रदर्शित पेशेवर कौशल और आपदा प्रबंधन तकनीकों की सभी हितधारकों ने जमकर सराहना की। इस तरह के अभ्यास आपदा के समय प्रभावी प्रतिक्रिया और समन्वय को मजबूत करने में मददगार साबित होते हैं।
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