स्वास्थ्य मंत्री के जिले में सार्वजनिक शौचालय की दुर्दशा, स्वच्छता अभियान की खुली पोल
मनेंद्रगढ़, छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले के मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में स्वच्छता की स्थिति बदहाल होती जा रही है। नगर पालिका परिषद के अंतर्गत आने वाले तहसील कार्यालय एवं लोक सेवा केंद्र के सामने स्थित सार्वजनिक शौचालय की हालत अत्यंत दयनीय है। यहां फैली गंदगी न केवल प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को भी उजागर करती है।
बता दें कि यह जिला प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक का गृह क्षेत्र है। बावजूद इसके, सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाएं केवल कागजों पर ही सिमटकर रह गई हैं, जबकि हकीकत यह है कि आमजन को गंदगी के बीच अपने कार्य निपटाने पड़ रहे हैं।
बीमारियों को न्योता दे रही लापरवाही
इस सार्वजनिक शौचालय की दुर्दशा देखकर यह साफ जाहिर होता है कि सफाई व्यवस्था की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है। गंदगी के कारण संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब खुद स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में स्वच्छता की इतनी खराब स्थिति है, तो बाकी प्रदेश में सफाई अभियान का क्या हाल होगा?
जिला प्रशासन और सरकार कब लेगी संज्ञान?
जनता का कहना है कि प्रशासन को तुरंत इस मामले में संज्ञान लेते हुए सफाई कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। साथ ही, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। जब सरकार स्वच्छता को लेकर गंभीर होने का दावा कर रही है, तो फिर इस तरह की अनदेखी क्यों?
मनेंद्रगढ़ की जनता अब उम्मीद कर रही है कि जल्द ही इस ओर ठोस कदम उठाए जाएंगे और सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति में सुधार होगा। यदि इस समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो आम जनता को मजबूर होकर सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करना पड़ सकता है।
(रिपोर्ट: आर. स्टीफन, छत्तीसगढ़ स्टेट हेड)
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